वंदे भारत ट्रेन कैसा है ? क्यों ये बाकी ट्रेन से अलग है ? क्या है इसकी विषेशताए ?भारत की 1 बुलेट ट्रेन ।
वंदे भारत ट्रेन के साथ भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के लिए। एक बहुत बड़ा तोहफा लेकर आया है। वंदे भारत यह वही ट्रेन है। जिसे इंडियन। बुलेट ट्रेन के नाम से भी जाना जा सकता है। हर भारतीय के लिए गर्व करने वाली बात है। प्ले बात यह है कि इस ट्रेन ने बुलेट ट्रेन का रिकार्ड तोड़ दिया है।
इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हरी झंडी दिखाए हैं। इसमें सफर करने वाले यात्री तेज रफ्तार और बेहद कम समय में सफर कर सकेंगे। बीते वर्षो में महामारी और बाकी मुसीबतों से जूझने के बाद आखिरकार देश में ऐसी अच्छी खबर सुनने को मिली है। और इस बात की जानकारी खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। इस वंदे भारत ट्रेन को लॉन्च करने के लिए प्रधानमंत्री को न्योता दिया गया था।
वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी। तथा दिल्ली से कटरा के बीच चल रही है। और इस रूट पर बहुत यात्री सफर करते हैं। आइए जानते हैं क्या है खास इस वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मे
वंदे भारत ट्रेन क्यों खास है?
वंदे भारत ट्रेन की मुख्य खास बात इसकी स्पीड है, अगर इसकी स्पीड की बात करें तो वंदे भारत ट्रेन ने ट्रायल के दौरान फिर से 52 सेकंड में 100। किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ते हुए बुलेट ट्रेन का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। जो कि अपने आप में बहुत बड़ी बात है, क्योंकि बुलेट ट्रेन इस स्पीड को हासिल करने में 54.6 सेकंड का समय लेती है। इसके साथ ही इस ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 180 किलोमीटर प्रतिघंटा मापी गई है।
ट्रेन की दूसरी खासियत अगर ट्रेन के डिजाइन की बात करें तो
ट्रेन को इस तरह से डिजाइन और बिल्ड किया गया है की आपको इसमें झटके। बिल्कुल महसूस नहीं होंगे। यानी ट्रेन रुकने पर आपको अपनी सरीर संभालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इतना ही नहीं इससे ज्यादा कमाल की बात हुई है इसकी सुपीरियर राइट क्वालिटी होने से चलती ट्रेन में पानी का ग्लास तक नहीं छलकेगा।
भारत ने ये पूरा ट्रेन देश के अंदर ही तैयार किया है। क्योंकि ये ट्रेन मेड इन इंडिया है। मेक इन इंडिया के तहत इसे बनाई गई पूरी ट्रेन को शुरुआत में टी ए टी नाम दिया गया था। इसे सिर्फ 18 महीने मैं तैयार कर लिया गया था। करीब 100,00,00,000 की लागत में तैयार इस ट्रेन मैं अवेलेबल फीचर्स के लिहाज से काफी इसको सस्ता माना जा रहा है।
वंदेभारत की कुछ खास फीचर्स
वंदे भारत एक्सप्रेस इंडियन लेंस है ये सिर्फ बिजली से चलता है।
इस ट्रेन में कुल 16 डिब्बे हैं। जिनमें 14 चेयर क्लास वाले और दो एजुकेटिव वाले हैं।
एक चेयर क्लास में 78 कुर्सियां हैं। वही एजुकेटिव। क्लास में। 52 कुर्सियां तक है।
वंदे भारत एक्सप्रेस की इंजन के बारे में
वंदे भारत एक्सप्रेस सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन से लैस होगा
अर्थार्थ इसमें अलग से कोई इंजन नहीं होगा जैसा बाकी ट्रेनों में अलग से लगाया जाता है साथ ही साथ इसमें आगे और पीछे दोनों तरफ लोको पायलट केबिन बना होगा।
जीपीएस लाइव लोकेशन के लिए
वंदे भारत एक्सप्रेस में जीपीएस सिस्टम लगा होगा यानी कि हम इसे अपने मोबाइल से समय समय पर इसका लोकेशन का पता कर सकते हैं और प्रोजेक्ट स्थान का पता कर सकते हैं
इसका लोकेशन मोबाइल पर आराम से चेक कर सकते हैं और मोबाइल ऐप पर इसका समय और स्टेशन समय पर दिखाएगा।
सीसीटीवी कैमरों से लैस
आमतौर लोगों की यह शिकायत हमेशा लगी रहती है की उन्हें अकेले ट्रेन से ट्रैवल करना सेफ नहीं लगता लेकिन बता दें ये सिक्योरिटी के लिहाज से इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं
टॉयलेट
वंदे भारत एक्सप्रेस में वैक्यूम वेस बायो टॉयलेट लगे होंगे आमतौर पे भारतीय रेलवे में गंदे टॉयलेट की समस्या बनी रहती है इस को देखते ही वंदे भारत एक्सप्रेस में सफाई और वैक्यूम बेस बायो टॉयलेट बनाए गए हैं जैसे फ्लाइट में होते हैं तथा यह हमेशा क्लीन रहेंगे
इमरजेंसी के लिए
वंदे भारत एक्सप्रेस में सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए हर कोई के इमर्जेन्सी पुश बटन दिए गए है जिसे किसी भी इमरजेंसी होने पर पैसेंजर इसे आसानी से पुश कर सकेंगे यानी की तीन चार लोगों को मिलकर एक साथ ट्रेन का चैन नहीं खींचनी पड़ेगी
कुर्सी की बनावट स्टाइल ऑफ चेयर
वंदे भारत ट्रेन में यूरोपीय स्टाइल चेयर का प्रयोग किया गया है जो पैसेंजर को बहुत आरामदायक होगी ये गोल्डन वॉलेट और पिंक कलर की है जिसमें बैठने पर लग्जरियस फीलिंग्स ऐक्सपीरियंस होने वाली है
वंदे भारत एक्सप्रेस की दरवाजे
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में दरवाजे ऑटोमैटिक स्लाइड होंगे जैसे कि हम मेट्रो ट्रेन में देखते हैं जो दरवाजे होते हैं ऑटोमैटिक स्लाइड करके ओपेन होते हैं जो स्टेशन आने से खुलेंगे और बंद हो जाएंगे इससे यह बहुत अच्छा फायदा है जो भारतीय रेलवे में पहले ट्रेन थी उसके दरवाजे मैन्युअली ओपन होते थे और हमेशा ओपेन रह सकते थे जिससे कि यात्री कहीं भी उतर सकते जाते थे ये ट्रेन स्टेशन पर ही रुकेगी और निर्धारित स्टेशन पर ही इसका डोर खुलेगा
वंदे भारत ट्रेन में दरवाजा खोलने से पहले भी डोर बेल बजेगी और बंद होने से पहले अलार्म बजेगा ताकि उतरने चढ़ने वाले अलर्ट हो जाए
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में एसी कोच
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मेट्रो ट्रेन की तरह पूरी वातानुकुलित होगी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सेंट्रल एसी होगा जो पूरी कोच के तापमान को सामान्य रखेगा।
टेम्परेचर कंट्रोल
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन कोच में कुछ कुछ सीट के पास टेम्परेचर कंट्रोलर लगा होगा जिससे कि यात्री इसे अपनी आवश्यकता अनुसार कंट्रोल कर सकेंगे टेम्परेचर को बढ़ा या घटा सकेंगे
यानी की अब आपको ठंड और गर्म मौसम बदलने पर अपने अनुसार उसे ये कंट्रोल कर सकते हैं।
वंदे भारत ट्रेन में डिस्प्ले बोर्ड
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मेट्रो ट्रेनों की तरह ही एक डिस्प्ले बोर्ड हर एक कोच में लगा होगा जो अगला स्टेशन आने पर उसमें लिखता रहेगा जिस तरह मेट्रो ट्रेन में लिखता है तथा साथ में ही उस स्टेशन का अनाउंसमेंट किया जाएगा और इस डिस्प्ले में इमरजेंसी नंबर डिस्प्ले पर चलता रहेगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में मिनी पेंट्री
जैसा कि राजधानी एक्सप्रेस में मिनी पेंट्री लगा होता है उसी प्रकार इस वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में मिनी पेंट्री की सुविधा उपलब्ध होगी अर्थार्थ इस ट्रेन में नाश्ते की सुविधा उपलब्ध होगी फ्लाइट की तरह इस ट्रेन में भी प्रीमियम क्लास वालों को सुविधा टिकट में ही उपलब्ध कराया जाएगा
बंदे भारत ट्रेन मैं पावर सप्लाई
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अगर पावर की बात करें तो बाकी ट्रेनों की तरह इसमें भी इलेक्ट्रिक से पावर सप्लाई की जाएगी परंतु इसमें कोई डीजल इंजन नहीं लगा होगा और ये पावर ऊपर लगे हुए तारों की सहायता से और ट्रेन के ऊपर लगे हुए इलेक्ट्रिक डिवाइसों से ट्रेन के इंजन में सप्लाई की जाएगी ऊपर लगे तारों में लाइन की पावर 25,000 वोल्ट होती है जिससे ट्रेन को सीधे नहीं चलाई जा सकती इसलिए ट्रेन के नीचे ट्रांसफार्मर लगे हैं जो आवश्यकतानुसार वोल्टेज को कम या ज्यादा करके इंजिन को सप्लाई करते हैं।
इंडियन रेलवे की आधिकारिक वेवसाइट www.irctc.in