Ayushman Bharat Yojana (2021) क्या है? क्या हैं इसके फायदे? जानें हिन्दी में

आयुष्मान भारत योजना

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat Yojana) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है, जिसका लक्ष्य देश के 40 प्रतिशत लोगों को फ्री में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपने व्यक्तिगत डॉक्टर से इलाज करा सकता है तथा साथ ही साथ यदि उसको उच्चतम इलाज आवश्यकता होगी, तो वह व्यक्ति आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत स्पेशल इलाज करा सकता है। जो कि बिल्कुल मुफ्त होगा।

यह योजना केंद्र सरकार की एक योजना है जो राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्यरत है। इसका शुभारंभ सितंबर 2018 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। यह योजना (Ayushman Bharat Yojana) भारत के 50 करोड़ भारतीय नागरिकों को फ्री में सेवा प्रदान करेगा जो कि विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य अभियान है। इस योजना की सहायता से गरीबी में कमी आएगी।

Ayushman Bharat Yojana संक्षिप्त विवरण

राष्ट्र                भारत

प्रधानमंत्री      नरेंद्र मोदी

मंत्रालय         स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय

प्रारंभ            23 सितंबर 2018 2 वर्ष पूर्व

स्थिति            सक्रिय

वेबसाइट       www.pmjay.gov.in

Ayushman Bharat Yojana का इतिहास

वर्ष 2017 में “Global burden of disease study” के भारतीय संकलन ने वर्ष 1990 से 2016 के बीच भारत के अनेक राज्यों में अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों तथा खतरों के बारे में रिपोर्ट किया। इस रिपोर्ट ने भारत सरकार को स्वास्थ्य संबंधित कार्यों के प्रति जागरूक कर दिया आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat Yojana) के शुरुआत का एक मुख्य कारण यही है।

वर्ष 2018 में भारत सरकार ने यह बताया कि प्रत्येक वर्ष लगभग 6 करोड़ भारतीय नागरिक स्वास्थ्य संबंधित व्यय के कारण गरीबी रेखा से नीचे चले जाते हैं। हालांकि इससे पहले भारत में अनेक प्रकार के सुरक्षा सेवाएं उपलब्ध थी।‌ आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) को सर्वप्रथम फरवरी 2018 के केंद्रीय बजट में घोषित किया गया था, जो कि केंद्रीय मंत्री परिषद द्वारा मार्च में स्वीकृत किया गया।

जो उस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस को घोषित किया गया कि आयुष्मान भारत योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस, 25 सितंबर 2018 से लागू होगा।

जुलाई 2018 में यह जारी किया गया था कि आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) का लाभ आधार के जरिए किया जा सकता है।  हालांकि बाद में यह भी बताया गया कि बिना किसी पहचान पत्र के भी इसका लाभ लिया जा सकता है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 23 सितंबर वर्ष 2018 को रांची झारखंड में शुरू किया गया था।

इस योजना (Ayushman Bharat Yojana) का निर्माण अनेक स्वास्थ्य संबंधित योजनाओं को मिलाकर किया गया है जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य इंश्योरेंस योजना, केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना आदि। इस योजना का लक्ष्य 50 करोड़ गरीब भारतीय नागरिकों को निशुल्क मेडिकल सेवा प्रदान करना है।

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

  • यह योजना 10 करोड़ परिवारों अथवा 50 करोड़ भारतीय नागरिकों को सेवा प्रदान करेगा।
  • यह योजना लाभार्थी परिवार को 5 लाख का प्रत्येक वर्ष बीमा प्रदान करता है, जिससे उनका प्राइवेट अथवा सरकारी अस्पताल में इलाज हो सके।
  • यह योजना कैशलेस पेमेंट ऑफर करता है, जिससे कि भुगतान की गई राशि का एक उचित विवरण रखा जा सके।
  • इस योजना के तहत योग्यता के लिए जाति सेंसस 2011 (Caste Census 2011) का उपयोग किया जाता है।
  • इस योजना के तहत परिवार के जनसंख्या, उम्र अथवा लिंग पर कोई शर्त लागू नहीं है।
  • यह योजना इलाज के दौरान के सभी खर्चों को कवर करता है।
  • आयुष्मान भारत योजना का लाभ कोई व्यक्ति देश के किसी भी राज्य से ले सकता है।
  • यह योजना कोविड-19 की फ्री में जांच की सुविधा प्रदान करता है।

राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी

भारत के सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को इस योजना के तहत शामिल होने या ना होने की छूट है। फरवरी 2018 को जब इस योजना का घोषणा की गई थी तब 20 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों ने भाग लेने की घोषणा किया थी, परंतु सितंबर 2018 को पांच राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों ने, जैसे दिल्ली, तेलंगाना, उड़ीसा, केरल और पंजाब ने इस योजना (Ayushman Bharat Yojana) में शामिल होने से मना कर दिया।

चूकी केरल के पास अपना स्वास्थ्य अभियान है इसके साथ-साथ जून 2019 को केरल में आयुष्मान भारत योजना में शामिल होने की घोषणा की।

लोगों की भागीदारी

मई 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो शो “मन की बात” में कहा कि आयुष्मान भारत ने हाल ही में एक करोड़ से भी अधिक लोगों को सहायता प्रदान कर चुका है। मई 2020 तक यह योजना एक करोड़ से अधिक इलाज का खर्च 13412 रुपए उठा चुका है।

आयुष्मान भारत की चुनौतियां

जब आयुष्मान भारत की घोषणा की गई थी तब सबसे मुख्य सवाल यह था कि अन्य स्वास्थ्य योजनाओं के साथ इसका गठन कैसे किया जाएगा। साथ ही साथ इतने बड़े योजना को पूरे देश में लागू कैसे किया।

हालांकि आयुष्मान भारत योजना देश में सबसे बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहा है, परंतु इसके साथ-साथ अभी भी अनेक प्रकार की संक्रामक बीमारियां, डॉक्टरों की कमी तथा राष्ट्रीय बजट इसकी मुख्य चुनौतियां हैं।

निष्कर्ष

चूकि भारत एक जनसंख्या बाहुल्य राष्ट्र है। अतः यहाँ पर अनेक प्रकार की बीमारियाँ, बहुत ही तेजी से फैल जाती हैं। जो कि एक गंभीर समस्या है। इसके साथ-साथ इन बीमारियों के इलाज में मध्यम वर्गीय व्यक्ति अपने जीवन की कमाई हुई धनराशि समर्पित कर देता है। यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष लगभग 6 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से नीचे चले जाते है।

परंतु सरकार इस योजना (Ayushman Bharat Yojana) की सहायता से लोगों का निशुल्क इलाज करा कर उन्हे गरीबी रेखा से नीचे जाने से बचाने की कोशिश कर रही है। हालांकि इस योजना की कुछ कमियां भी हैं, कई जगह यह उल्लेखित किया गया कि इस योजना के अंतर्गत कई प्राइवेट अस्पतालों द्वारा फर्जी बिल बना कर इस योजना से धनराशि ली गई है।

देश में लोगों के विकास तथा उत्थान के लिए ऐसे अनेक योजनाएं तथा अभियान चल रही हैं, जिनका सभी लोगों को ज्ञान नहीं है। अतः यह हमारा भी कर्तव्य है कि लोगों को इन योजनाओं तथा अभियानों के प्रति जागरूक करें, क्योंकि प्रत्येक नागरिक के विकास से ही देश का विकास होता है।

इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद!

ऐसे ही अन्य योजनाओं के बारे में जानने के लिए www.mypmyojana.in पर विज़िट करें।

Leave a Comment